Course Duration
10 Hours
10 Hours
Videos
2 Hours/ Session
2 Hours/ Session
No. Of Sessions
5
5
Sessions per week
5
5
Language
Hindi
Eligibility
Anyone
Anyone
Schedule of Classes
Starts on
-
6 PM -8 PM
Monday - Friday
About the Teacher
Ramanuja Das
About the Teacher
रामानुज दास वर्ष1997 में इस्कॉन के संपर्क में आए और वर्ष 2002 में श्री श्रीमद् राधा गोविंद गोस्वामी महाराज से आध्यात्मिक दीक्षा प्राप्त की। इन्होंने श्री श्रीमद् गौरकृष्ण गोस्वामी महाराज और श्री श्री वृंदावन चंद्र गोस्वामी महाराज के आश्रय में कुछ समय श्रीमद् भागवत का अध्ययन भी किया। वर्तमान में अपने वृद्ध माता-पिता के साथ बरसाना में रहते हैं और श्रीमद्भागवत के अध्ययन में यथासंभव रत रहते हुए ऑनलाइन प्रचार करते रहते हैं।
Course Overview
कोर्स विवरण:
"भगवद-गीता को व्यापक रूप से गहन दर्शन की पुस्तक के रूप में जाना जाता है। यह बहुत कम ज्ञात है कि यह दर्शन के माध्यम से मानवता और दिव्यता के बीच मधुर प्रेमपूर्ण आदान-प्रदान की पुस्तक है। गीता के चार शिखा-रत्न छंदों के माध्यम से इसकी सुंदरता और माधुर्य की खोज करें।
इस कोर्स में हम श्रीभगवद्गीता के सारभूत चार महत्वपूर्ण श्लोकों पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जो सभी जीवों के ताप हारी और सर्वमंगलकारी हैं। ये श्लोक भगवान कृष्ण के प्रति भक्ति और प्रेम पर गहरी शिक्षाओं को सूत्र रूप में संक्षेपित करते हैं। इस कोर्स के प्रतिभागियों को कृष्ण-प्रेम की गहराई और आध्यात्मिक अभ्यास में भक्ति के महत्व का खजाना मिलेगा।"
कोर्स सामग्री:
चतुःश्लोकी गीता का परिचय
सत्र 1: भगवद गीता 10.8 - कृष्ण की अवश्यकता
प्रेम और भक्ति की गहराई का विस्तार
सत्र 2: भगवद गीता 10.9 - कृष्ण की आकांक्षा
दिव्य संबंध की लालसा
सत्र 3: भगवद गीता 10.10 - कृष्ण का योगदान
सेवा के माध्यम से प्रेम को व्यक्त करना
सत्र 4: भगवद गीता 10.11 - उच्च उद्देश्य के लिए योगदान
अपने से परे प्रेम का विस्तार
लक्षित दर्शक:
सभी के लिए खुला
कोर्स की आवश्यकताएँ:
- चर्चा और विचारों में सक्रिय भागीदारी की समर्थना की जाती है।
- साथी पार्टिसिपेंट्स के साथ सम्मानपूर्वक संलग्नता महत्वपूर्ण है।
छात्र इस कोर्स से क्या प्राप्त करेंगे?
- भगवद गीता से प्रेम और भक्ति पर गहरे आध्यात्मिक शिक्षाओं का अन्वेषण।
- भक्ति की मौलिकता और इसके आध्यात्मिक विकास में महत्व की गहरी समझ।
- आत्म-विश्वास और ध्यान आधारित अध्ययन और अभ्यास के माध्यम से अपने और दिव्य भगवान् के साथ एक गहरा संबंध।
इस कोर्स में भाग क्यों लेना चाहिए?
- गीता के चार महत्वपूर्ण श्लोकों के माध्यम से भक्ति और प्रेम की गहरी समझ को प्राप्त करना।
- आध्यात्मिक अभ्यास और ध्यान के माध्यम से स्वयं और भगवान के बीच के संबंध को मजबूत करना।
हम पाठ्यक्रम के माध्यम से छात्रों की किन समस्याओं का समाधान कर रहे हैं?
- भक्ति और प्रेम के महत्व की समझ की कमी।
- आध्यात्मिक अभ्यास और ध्यान के माध्यम से आत्म-विकास की कमी।
- भगवान के साथ गहरे और सार्थक संबंध की खोज।
Frequently Asked Questions
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