व्रज लीला (Vraja Lila)

By Ramanuja Dasa

Certificate Course

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Course Duration

20 Hours

Videos

02 Hours each

No. Of Sessions

10

Sessions per week

3

Language
Hindi

Eligibility

कोई नहीं। 

Schedule of Classes

calendar

Starts on
-

calendar

08:00 pm to 10:00 pm IST

Regular classes on

Tuesday, Thursday & Saturday

About the Teacher

teacher

Ramanuja Dasa

रामानुज दास वर्ष1997 में इस्कॉन के संपर्क में आए और वर्ष 2002 में श्री श्रीमद् राधा गोविंद गोस्वामी महाराज से आध्यात्मिक दीक्षा प्राप्त की। इन्होंने श्री श्रीमद् गौरकृष्ण गोस्वामी महाराज और श्री श्री वृंदावन चंद्र गोस्वामी महाराज के आश्रय में कुछ समय श्रीमद् भागवत का अध्ययन भी किया। वर्तमान में अपने वृद्ध माता-पिता के साथ बरसाना में रहते हैं और श्रीमद्भागवत के अध्ययन में यथासंभव रत रहते हुए ऑनलाइन प्रचार करते रहते हैं।

Course Overview

पाठ्यक्रम विवरण:

श्रीमद्भागवतम में, जब शुकदेव गोस्वामी ने यदुवंश, साथ ही सोम और सूर्य के राजवंशों का वर्णन करना समाप्त किया, तो महाराज परीक्षित् ने उनसे भगवान् श्रीकृष्ण का वर्णन करने का अनुरोध किया, जो यदुवंश में बलदेव के साथ प्रकट हुए थे, और पूछा कि कैसे श्रीकृष्ण ने इस जगत् में अपनी लीलाओं का प्रदर्शन किया। कृष्ण दिव्य हैं, राजा ने कहा, और इसलिए उनकी लीलाओं को समझना मुक्त व्यक्तियों का कार्य है। कृष्णलीला का श्रवण वह नाव है जिसके द्वारा जीवन के अंतिम लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। एक पशु हत्यारे या आत्महा-नीति का पालन करने वाले को छोड़कर, हर बुद्धिमान व्यक्ति को कृष्ण और उनकी लीलाओं को समझने का प्रयास करना चाहिए।

पाठ्यक्रम सामग्री: श्रील प्रभुपाद द्वारा लिखित कृष्ण पुस्तक से पहले 38 अध्याय 

लक्षित श्रोतागण: सभी के लिए।

आकलन योजना: पाठ्यक्रम के अंत में एमसीक्यू (बहुविकल्पीय) के साथ ऑनलाइन परीक्षा।

पाठ्यक्रम की पात्रता: कोई नहीं। 

इस कोर्स से छात्रों को क्या मिलेगा?

छात्रों में कृष्ण लीला के प्रति रुचि विकसित होगी और कृष्ण से लगाव हो जाएगा।


इस कोर्स में आपको क्यों सम्मिलित होना चाहिए?

  1. यदि आप कृष्ण प्रेम विकसित करना चाहते हैं।
  2. यदि आप अमृत के सागर में डूबना चाहते हैं।
  3. यदि आप कृष्ण की दिव्य लीलाओं का सही अर्थ जानना चाहते हैं।

हम पाठ्यक्रम के माध्यम से छात्रों की किन समस्याओं का समाधान होगा?

कृष्ण लीला सुनने के लिए रूचि की कमी।

Frequently Asked Questions

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